*ऐतिहासिक रहा वरकाणा मित्र मंडल के तत्वावधान में 16/17 सेप्टेम्बर को आयोजित दो दिवसीय 9 वां वार्षिक स्नेह सम्मेलन*
*ऐतिहासिक रहा वरकाणा मित्र मंडल के तत्वावधान में 16/17 सेप्टेम्बर को आयोजित दो दिवसीय 9 वां वार्षिक स्नेह सम्मेलन*
*पिछले 9 वर्ष से अखण्डित रूप से आयोजित वरकाणा मित्र मंडल का स्नेह सम्मेलन पहली बार वरकाणा पार्श्वनाथ दादा के शीतल सान्निध्य से सुशोभित वरकाणा तीर्थ की पावन धरा पर बचपन की खट्टी मीठी यादों के साथ सुसम्पन्न हुआ।*
*सम्मेलन के आयोजक श्री कांतिलालजी मुलतानमलजी मेहता परिवार,नि. डायलाना (फर्म: सिल्वर एम्पोरियम, मुम्बई) की भावना को साकार करने हेतु इस सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम स्वरूप देने के लिए पिछले 6 महीने से महेंद्रजी कोठारी,देवराज पिलोवनी,छगनजी इटन्तरा,रमेशजी रानीगांव,भूपेन्द्रजी दुठारिया सहित अन्य सहयोगी सदस्यों ने अथक परिश्रम किया जिसके फलस्वरूप यह कार्यक्रम यशस्वी बना।*
*पहले दिन वरकाणा पहुचने पर प्रभु दर्शन के पश्चात प्रातः 8.30 बजे श्री पार्श्वनाथ जैन विद्यालय वरकाणा के आंगन में परम उपकारी आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरीश्वरजी महाराजा की पुण्यतिथि के शुभावसर पर आयोजित गुणानुवाद समारोह में सम्मिलित होने का संयोग प्राप्त हुआ, जो हमारे लिए सबसे अनमोल एवं दुर्लभ क्षण था,इस समारोह में देवराजजी पिलोवनी, मनोहर शिशोदिया, महेन्द्रजी कोठारी,शान्तिलाल शेलवास,आयोजक कांतिलालजी मेहता आदि ने गुरुदेव को मित्र मण्डल की ओर से अपनी भावांजलि अर्पित की।*
*दोपहर 1 बजे भोजन के पश्चात नाड़ोल गौशाला का अवलोकन करते हुए जिनालय दर्शन,मुछाला महावीर तीर्थ तथा राणकपुर दर्शन के पश्चात महेंद्रजी धोका (फर्म:हिन्द ट्रेडर्स,फालना) की ओर से रिसोर्ट में जलपान की व्यवस्था रखी गई,तत्पश्चात बिजोवा निवासी विजयजी शाह (फर्म :एम के शाह,मुम्बई) की ओर से उनके निजी फार्म हाउस में शाम को आकर्षक डेकोरेशन एवं राजस्थानी लोक कलाकारों की सुमधुर स्वर लहरियों के बीच मण्डल के सदस्य शान्तिलालजी शेलावास/ एर्नाकुलम ने नृत्यमय प्रस्तुति दी। शाह परिवार के द्वारा आयोजित मनपसंद डिनर की व्यवस्था सुंदर रही। इससे पूर्व शाह परिवार ने बैंडबाजे के साथ मण्डल के सदस्यो का स्वागत करते हुए संघ पूजन किया।*
*डिनर के बाद में बिजोवा निवासी ललितजी जगावत (फर्म:नाकोड़ा बुलियन,मुम्बई) की ओर से उनके निवास स्थान पर आइसक्रीम वितरण के बाद संघ पूजन भी किया गया।*
*दूसरे दिन पार्श्वनाथ जिनालय वरकाणा में पूजन रखा गया जिसमें जैन संगीतकार महेन्द्रजी पाली की उपस्थिति रही उसके बाद दोपहर 2 बजे आयोजक मेहता परिवार का मित्र मंडल की ओर से अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया,जिसमें मण्डल के अलावा वरकाणा पेढ़ी के ट्रस्टी श्री अशोकजी जैन ने भी आयोजक परिवार का बहुमान किया।कार्यक्रम का संचालन महेंद्रजी कोठारी ने किया।*
*अभिनन्दन समारोह में आयोजक कांतिलालजी मेहता, समारोह अध्यक्ष के रूप में मंचासीन महेंद्रजी धोका ने मण्डल को ओर आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित रहने की मंगल कामनाये प्रेषित की वही देवराजजी पिलोवनी,मनोहर शिशोदिया झीलवाड़ा ने गीतों के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी,इन सबके बीच छगन इटन्तरा द्वारा लिखित "चालो रे चालो वरकाणा चालो रे" गीत ने पूरे वातावरण को भावनात्मक रूप से वर्ष 1975-1980 के दशक में पहुंचा दिया।*
*इस सम्मेलन में आयोजक मेहता परिवार के साथ ही बहुत सारे सदस्यों ने भी प्रभावना व संघपुजन का लाभ लिया।*
*मेहता परिवार की उदारता तथा मण्डल के सक्रिय सहयोगी सदस्यों के अथक प्रयास से संपादित वरकाणा मित्र मण्डल का नवम वार्षिक स्नेह सम्मेलन जानदार,शानदार व यादगार रहा।*
*सम्मेलन के आयोजक श्री कांतिलालजी मुलतानमलजी मेहता परिवार,नि. डायलाना (फर्म: सिल्वर एम्पोरियम, मुम्बई) की भावना को साकार करने हेतु इस सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम स्वरूप देने के लिए पिछले 6 महीने से महेंद्रजी कोठारी,देवराज पिलोवनी,छगनजी इटन्तरा,रमेशजी रानीगांव,भूपेन्द्रजी दुठारिया सहित अन्य सहयोगी सदस्यों ने अथक परिश्रम किया जिसके फलस्वरूप यह कार्यक्रम यशस्वी बना।*
*पहले दिन वरकाणा पहुचने पर प्रभु दर्शन के पश्चात प्रातः 8.30 बजे श्री पार्श्वनाथ जैन विद्यालय वरकाणा के आंगन में परम उपकारी आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरीश्वरजी महाराजा की पुण्यतिथि के शुभावसर पर आयोजित गुणानुवाद समारोह में सम्मिलित होने का संयोग प्राप्त हुआ, जो हमारे लिए सबसे अनमोल एवं दुर्लभ क्षण था,इस समारोह में देवराजजी पिलोवनी, मनोहर शिशोदिया, महेन्द्रजी कोठारी,शान्तिलाल शेलवास,आयोजक कांतिलालजी मेहता आदि ने गुरुदेव को मित्र मण्डल की ओर से अपनी भावांजलि अर्पित की।*
*दोपहर 1 बजे भोजन के पश्चात नाड़ोल गौशाला का अवलोकन करते हुए जिनालय दर्शन,मुछाला महावीर तीर्थ तथा राणकपुर दर्शन के पश्चात महेंद्रजी धोका (फर्म:हिन्द ट्रेडर्स,फालना) की ओर से रिसोर्ट में जलपान की व्यवस्था रखी गई,तत्पश्चात बिजोवा निवासी विजयजी शाह (फर्म :एम के शाह,मुम्बई) की ओर से उनके निजी फार्म हाउस में शाम को आकर्षक डेकोरेशन एवं राजस्थानी लोक कलाकारों की सुमधुर स्वर लहरियों के बीच मण्डल के सदस्य शान्तिलालजी शेलावास/ एर्नाकुलम ने नृत्यमय प्रस्तुति दी। शाह परिवार के द्वारा आयोजित मनपसंद डिनर की व्यवस्था सुंदर रही। इससे पूर्व शाह परिवार ने बैंडबाजे के साथ मण्डल के सदस्यो का स्वागत करते हुए संघ पूजन किया।*
*डिनर के बाद में बिजोवा निवासी ललितजी जगावत (फर्म:नाकोड़ा बुलियन,मुम्बई) की ओर से उनके निवास स्थान पर आइसक्रीम वितरण के बाद संघ पूजन भी किया गया।*
*दूसरे दिन पार्श्वनाथ जिनालय वरकाणा में पूजन रखा गया जिसमें जैन संगीतकार महेन्द्रजी पाली की उपस्थिति रही उसके बाद दोपहर 2 बजे आयोजक मेहता परिवार का मित्र मंडल की ओर से अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया,जिसमें मण्डल के अलावा वरकाणा पेढ़ी के ट्रस्टी श्री अशोकजी जैन ने भी आयोजक परिवार का बहुमान किया।कार्यक्रम का संचालन महेंद्रजी कोठारी ने किया।*
*अभिनन्दन समारोह में आयोजक कांतिलालजी मेहता, समारोह अध्यक्ष के रूप में मंचासीन महेंद्रजी धोका ने मण्डल को ओर आगे बढ़ने की दिशा में प्रेरित रहने की मंगल कामनाये प्रेषित की वही देवराजजी पिलोवनी,मनोहर शिशोदिया झीलवाड़ा ने गीतों के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी,इन सबके बीच छगन इटन्तरा द्वारा लिखित "चालो रे चालो वरकाणा चालो रे" गीत ने पूरे वातावरण को भावनात्मक रूप से वर्ष 1975-1980 के दशक में पहुंचा दिया।*
*इस सम्मेलन में आयोजक मेहता परिवार के साथ ही बहुत सारे सदस्यों ने भी प्रभावना व संघपुजन का लाभ लिया।*
*मेहता परिवार की उदारता तथा मण्डल के सक्रिय सहयोगी सदस्यों के अथक प्रयास से संपादित वरकाणा मित्र मण्डल का नवम वार्षिक स्नेह सम्मेलन जानदार,शानदार व यादगार रहा।*
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