शहर में बुधवार को इस साल के आखिरी सावे पर विवाह स्थलों में खूब शहनाइयां बजीं। अब अगले साल 6 फरवरी से शादी समारोह सहित अन्य मांगलिक कार्य हो सकेंगे। 15 दिसंबर से धनु मलमास लगने और 17 दिसंबर से शुक्र के अस्त होने से जनवरी माह में कोई मांगलिक कार्य नहीं हो सकेगा। 15 दिसंबर आधी रात बाद 3:01 मिनट बजे सूर्य धनु राशि में आएंगे। इससे धनु मलमास शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही 17 दिसंबर दोपहर 1:00 बजे शुक्र भी अस्त हो जाएगा। शुक्र अगले साल 3 फरवरी सवेरे 7:30 बजे उदय होगा। नए वर्ष में 12 मार्च तक 7 ही सावे पड़ेंगे। इसके बाद अगले साल देवशयनी एकादशी तक 29 दिन ब्याहों में शहनाइयां बजेंगी। अगले साल हिंदू पंचांग के अनुसार अधिक मास भी आएगा। इससे कारण भी 16 मई से 13 जून तक कोई शुभ कार्य नहीं हो सकेंगे।
23 फरवरी से शुरू होगा होलाष्टक
धनु मलमास में एक महीने तक और शुक्र के अस्त होने से अगले साल जनवरी में कोई सावा नहीं होगा। शुक्र के उदय होने के बाद नए साल में 6 फरवरी को पहला सावा होगा। जबकि, 23 फरवरी से आठ दिन के होलाष्टक लगने के दौरान भी कोई मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे।
14 मार्च को लगेगा मीन मलमास
अगले साल 14 मार्च बुधवार रात 11:43 बजे सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही मीन मलमास लग जाएगा। फिर 14 अप्रैल को ही वापस मांगलिक व शुभ कार्य शुरू हो सकेंगे।
16 मई 13 जून तक रहेगा अधिकमास
अगले साल 16 मई से 13 जून तक द्वितीय ज्येष्ठ मास (अधिक मास) दोष होने से इस दरम्यान कोई विवाह मुहूर्त नहीं है। अगले साल 23 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चार माह बाद 19 नवंबर को देवउठनी एकादशी से फिर से मांगलिक व शुभ हो सकेंगे।
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