दुकानदारों को नगद मुआवजा देने के विकल्प आने से दशकों से अटका पड़ा लालबहादुर शास्त्री मार्ग (एलबीएस रोड) को चौड़ा करने का प्रस्ताव आगे बढ़ा दिया गया है। हालांकि आपको असली राहत 2 साल बाद ही मिलेगी। इस बीच मेट्रो का शुरू होने वाला काम भी काफी हद तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद मुलुंड से सायन तक का यह पूरा रास्ता 30 मीटर (3+3 लेन) का होगा। अभी रास्ते में कई जगह 3 की बजाय 1 लेन ही बचती है। करीब 5 किलोमीटर के हिस्से में चौड़ाई कम होने से ट्रैफिक की भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।
दुकानदारों को नकद मुआवजा
इस रास्ते के काम में आने वाली दुकानों के मालिकों को नकद मुआवजा दिया जाएगा। बीएमसी ने नए प्रस्ताव के तहत अब इन प्रभावित दुकानदारों को सीधे भुगतान का फैसला किया है। इससे पहले दुकानदारों को बाजार में जगह देनी होती थी। अक्सर जगह न होने से और कई बार ऊपरी मंजिल पर दुकान मिलने से दुकानदार वहां जाने का विरोध करते थे। इससे परियोजना आगे नहीं बढ़ पाती थी। बीएमसी अब नगद विकल्प के साथ तेजी से आगे बढ़ेगी। सड़क विभाग के अधिकारी के मुताबिक, जब तक दुकानें नहीं हटाई जाती हैं, तब तक फुटपाथ मरम्मत का काम होगा। कई जगहों पर खराब हिस्से दुरुस्त किए जाएंगे, बाद में विस्तार का काम शुरू किया जाएगा। अनुमान के मुताबिक, 1,500 से 2,000 दुकानें रास्ते के बीच आ रही हैं।
लंबे समय से अटका है काम
एलबीएस रोड को चौड़ा करने का काम कई सालों से अटका पड़ा है। इस रास्ते से सफर करने वालों की मानें तो 1980 से इसका काम हो रहा है लेकिन पूरा नहीं हो पा रहा है। उम्मीद है कि इस बार काम पूरा होगा। मुलुंड निवासी विनोद मनवानी कहते हैं कि एलबीएस की स्थिति काफी खराब है। सुबह-शाम तो यहां से सफर करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इस रास्ते में कुर्ला डिपो, घाटकोपर के नित्यानंद नगर, श्रेयस सिनेमा, विक्रोली, भांडुप सोनापुर, मुलुंड के पास काफी जाम लग जाता है। इससे बाकी के रास्ते पर तेजी से आने वाले वाहन भी यहां पहुंच अपना समय बर्बाद करते हैं।
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