Post Page Advertisement [Top]

सावधान मुंबई! कोहराम मचाने के दौर में पहुंचने वाला है कोरोना 

* सरकार गंभीर, मगर लोग लापरवाह हो रहे

* रोज एक हजार की मौत, फिर भी डर नही  

* लेकिन खतरा पहले से बहुत ज्यादा बढ़ रहा

* अक्टूबर के अंत में चरम पर होगा कोरोना


मुंबई। कोरोना को लेकर लापरवाह लोगों के लिए डरावने संकेत हैं क्योंकि कोरोना डरावनी छलांग के साथ एक बार फिर से उछाल मारनेवाला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके संकेत साफ कर दिए हैं। मुंबईवालो सावधान रहिए। कोरोना कोहराम मचाने के दौर में पहुंचने वाला है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई कोरोना का हॉटस्पॉट बनी हुई है। डर के मारे जो गांव निकल गए थे, वे वापस मुंबई आ रहे हैं। कोरोना शहरों से देहात पहुंचकर फिर से शहर में आने वाला है। संख्या लगातार बढ़ रही है। महाराष्ट्र देश के सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों वाला प्रदेश बना हुआ है। सरकार इसे लेकर गंभीर हैं। लोगों को खबरदार कर रही है और खुद भी जवाबदार हो रही है इसलिए लोगों को समझने की जरूरत है कि खतरा जितना दिख रहा है, उससे कहीं ज्यादा है। 

कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बेहद चिंतित हैं। लाख कोशिश करने के बावजूद सरकार संक्रमण पर लगाम कस नहीं पा रही है क्योंकि लोग नहीं मान रहे हैं। किसी को चिंता नहीं है इसीलिए मास्क न पहनने पर जुर्माने के लिए बीएमसी के मार्शल लगाए जा रहे हैं। सभी को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत हैं। सितंबर महीने में संक्रमण अपने सबसे खतरनाक स्वरूप को धारण कर चुका है। अगले महीने, यानी अक्टूबर महीने के अंत में कोरोना कोहराम मचाने की हद तक पहुंच सकता है। प्रदेश के नाम अपने संबोधन में मुख्य़मंत्री इसके संकेत दे चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस मामले में आगाह कर चुका है। कहा है कि अक्टूबर के अंत तक हालात बहुत खराब होने वाले हैं। 

फिलहाल देखें तो, कोरोना के मामले में महाराष्ट्र देश में नंबर वन पर है और महाराष्ट्र में मुंबई शिखर पर। जबकि लोकल ट्रेनें नहीं चल रही हैं, मेट्रो भी बंद है। सिनेमा, रेस्टोरेंट, मंदिर वगैरह भीड़ होने के सारे ठिकाने ठप हैं। इसके बावजूद मुंबई में कोरोना के मरीजों की संख्या 1 लाख 69 हजार 741 पहुंच गई है और मरने वालों की संख्या 8 हजार 190 हो चुकी हैं। देश में कोरोना महामारी से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में सोमवार की शाम तक कोरोना संक्रमण के कुल 10 लाख 60 हजार 308 मरीज हो गए हैं, जिनमें से 29 हजार 531 लोग मारे जा चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के 2 लाख 90 हजार 344 केस अभी एक्टिव हैं। लोगों को इसीलिए सावधान रहने की जरूरत है। 


हालात खतरनाक है, लोग डरे हुए हैं। फिर भी पेट पालने के लिए बाहर निकलना और काम करना जरूरी है। इसीलिए सड़कों पर भीड़ बढ़ती जा रहा है तो संक्रमण भी फैलता जा रहा है। अस्पतालों में जगह नहीं है। ऑक्सीजन की कमी है। पैसे देकर भी सुविधा नहीं मिल पाना आम बात है। अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलैंडरों की कमी को लेकर मुख्यमंत्री ठाकरे भी चिंतित है। ऑक्सीजन की कमी के कारण ही सरकार ने अस्पतालों को 80 प्रतिशत ऑक्सीजन सिलेंडर दिए जाने का आदेश दिया है और बचे हुए 20 प्रतिशत ऑक्सीजन सिलेंडर उद्योगों को देने का फैसला किया है। यह इसलिए, क्योंकि कुछ औद्योगिक इकाइयों का काम ऑक्सीजन सिलेंडकर के बिना नहीं चल सकता। 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वर्तमान हालात पर चिंता जताई है। उन्होंने लोगों को सावधान करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में कोरोना के मामले बढ़ने की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संकेत दिए हैं। ठाकरे ने इसी संकेत को ध्यान में रखते हुए लगभग चेतावनी की भाषा में लोगों को सावधान रहने की जरूरत बताई है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो कोरोना के नए मामलों में सबसे तेज़ वृद्धि भारत में ही हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ़ अगस्त महीने में भारत में लगभग 20 लाख नए मामले सामने आए, जो इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक का सबसे बड़ा मासिक आँकड़ा रहा। सितंबर महीने के अंत में महीने भर का यह आंकड़ा 30 लाख तक जाने के आसार हैं। केंद्र सरकार के मुताबिक़ देश में अब तक 49 लाख के आसपास लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। हालांकि इनमें लगभग 10 लाख के आसपास लोगों में कोरोना अब भी एक्टिव है। देश में सोमवार की शाम तक 80 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से अपनी जान गंवा चुके हैं। 

राज्य सरकार वैश्विक महामारी से निपटने के लिए बड़ी संख्या में स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापना कर रही है। जनता के प्रति जवाबदेही निभाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना के प्रति एहतियात बरतने की अपील की है। 
प्रियंका चतुर्वेदी / सांसद शिवसेना 
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या में अक्टूबर महीने में कुछ और इजाफा होगा। ये संकेत हैं कि कोरोना रुक ही नहीं रहा है इसलिए लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। 
राम कदम / भाजपा विधायक 
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी फैलने से बीमार होने वालों और मरने वालों की संख्या का पीक आना अभी बाकी है। भारत में इसकी रफ्तार बढ़ चुकी है। सरकार इस मामले में गंभीर प्रयास कर रही है। 
रोहित पवार / विधायक एनसीपी
मुंबई में हम देख रहे है कि लोगों में कोरोना की प्रति लापरवाही बढ़ती जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है। लोग सावधानी बरतने के बजाय लगातार लापरवाह हो रहे हैं। ऐसे में संक्रमण बढ़ेगा नहीं तो क्या होगा। 
विजय सिंह कौशिक / राजनीतिक विश्लेषक
देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। मुंबई में भी कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात गंभीर है लेकिन लोग मान नहीं रहे हैं। सड़कों पर भीड़ बढ़ती जा रही है। अच्छा है, लोकल ट्रेनें अभी बंद है। 
प्रकाश चोपड़ा / भाजपा नेता

No comments:

Post a Comment

Total Pageviews

Bottom Ad [Post Page]