चिकित्सा मंत्री ने सदन में बताया कि इटली का ग्रुप राजस्थान घूमने आया था, इन लोगों के संपर्क में जो भी लोग आए हैं, उनकी जांच करवाई जा रही है. जैसलमेर, बीकानेर, मंडावा, जयपुर के होटलों के कर्मचारियों की जांच के लिए नमूने लिए हैं, एसएमएस में भी 37 लोगों के जांच के नमूने लिए हैं. इटली के ग्रुप से 215 लोगों के सपंर्क में आने की जानकारी मिली है, उनमें से 193 लोगों के जांच के नमूने लिए हैं.
मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि 26 लोगों का यह समूह दिल्ली से 22 फरवरी को बीकानेर पहुंचा. 24 फरवरी को रंगमहल जैसलमेर, 25 को जोधपुर, 26 को उदयपुर ट्राइडेंट में रुका. इटली से आए ग्रुप के लोग जयपुर के रमाडा में रुके और यहां तबीयत खराब होने पर इटली के नागरिक को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया, फोर्टिस अस्पताल से एसएमएस रेफर किया.
इटालियन टूरिस्ट की पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव
उन्होंने बताया कि इटली के नागरिक की पहले जांच की तो रिपोर्ट नेगेटिव आई. क्योंकि 14 दिन कोरोना के लिए गंभीर होते हैं. हर दिन तीन दिन बाद फिर सैंपल लेना होता है. ऐसे में इटली के नागरिक की पहली जांच 29 फरवरी को की गई जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव थी. इसके बाद 2 मार्च को फिर जांच हुई, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उन्होंने बताया कि एसएमएस में केवल स्वांस की ही जांच होती है, ब्लड की जांच नेशनल वायरोलॉजी लैब पुणे में ही होती है. उन्होंने बताया कि इटली के नागरिक की पत्नी की रिपोर्ट भी स्थानीय जांच में पॉजिटिव आई है, इटली नागरिक की पत्नी की जांच के लिए ब्लड सैंपल पुणे भेजा है.
इटली का ग्रुप राजस्थान के पांच शहर घूमा
मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि 26 लोगों का एक ग्रुप दिल्ली से चला, इसमें 21 लोग इटली के थे. 26 लोगों का दल दिल्ली में उतरा, इनकी स्क्रीनिंग दिल्ली में होनी चाहिए थी, लेकिन नहीं हुई. इटली तीसरा सर्वाधिक कोरोना प्रभावित देश है ऐसे में इटली से आने वालों की स्क्रीनिंग जरूरी है. राजस्थान सरकार को इन यात्रियों का ट्रेवल प्लान नहीं मिला क्योंकि केंद्र ने इसकी जानकारी नहीं दी.
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