घाणेराव : माडुपर एवं अणेवा गांव में पेयजल में फलोराइड और टीडीएस की मात्र अधिक होने के कारण दोनो गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए शुद्व पानी नही मिल पा रहा था। ऐसे में वर्षो से इन दोनो गांव के ग्रामीणों को फलोराइड युक्त और टीडीएस की मात्र वाला पानी पेयजल के रूप में उपयोग कर रहे थे। ऐसे में ऊर्जाराज्य मंत्री ने इस जस्टील समस्या को जलदाय विभाग के समक्ष रख था। जिसके बाद माडपुर एवं अणेवा गांव में शुद्व पानी को लेकर 1 करोड 24 लाख की राशि स्वीकृत कर दी। शिघ्र ही जलदाय विभाग द्वारा कार्य शुरू किया जायेगा। जिससे दोनो गांव के ग्रामीणों को शुद्व पानी पेयजल के रूप में मिल सके।
ज्ञातव्य है कि देसूरी पंचायत समिति की माडपुर पंचायत के अणेवा व माडपुर गांव में स्थित पेयजल के स्त्रोत में फलोराइड और टीडीएस की मात्र अधिक होने के बावजुद दोनो गांव के ग्रामीण वर्षो से ऐसे पानी का उपयोग पेयजल के रूप में कर रहे है। जिसके कारण ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ा है ऐसे में कई ग्रामीण बीमारी से ग्रस्त हो गये है। जबकि जलदाय विभाग ने ग्रामीणों को शुद्व पानी उपलब्ध कराने के लिए दोनो गांवों में हैंडपंप तक खुदवा दिये। मगर उन्हे में भी पानी फलोराइड युक्त एवं टीडीएस की अधिक मात्रा वाला ही मिला। ऐसे में माडपुर एवं अणेवा गांव में शुद्व पानी को लेकर ग्रामीणा परेशान हो रहे थे। क्योकि दोनो गांव में फलोराइड युक्त ही पानी मौजुद है। जिसमें भी टीडीएम की मात्र अधिक है।
ऐसे पानी का उपयोग करने ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर लगातार बुरा असर पड़ रहा था। और दोनो गांव में शुद्व पानी की समस्या से ग्रामीण वर्षो से परेशान थे। ऐसे में माडपुर सरपंच कमलेन्द्रसिंह व ग्रामीणों ने इस जस्टील समस्या को ऊर्जा राज्यमंत्री पुष्पेन्द्रसिंह राणावत के समक्ष रखकर इसका निस्तारण करने की मांग की जिसके बाद मंत्री राणावत ग्रामीणों की इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए,जयपुर में जलदाय मंत्री और विभाग के उच्च अधिकारियों के समक्ष इस समस्या को रखकर इसका निस्तारण करने को लेकर चर्चा की जिसके बाद जलदाय विभाग के अधिकारियों ने इसका प्रोजेक्ट तैयार कर भेजने के निर्देश स्थानीय जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिये।
जिसके बाद आनन फानन में प्रोजेट तैयार कर स्वीकृति के लिए भेज दिया। और जलदाय विभाग ने माडपुर एवं अणेवा गांव में पानी का स्थाई समाधान करने के लिए 1 करोड़ 24 लाख की राशि स्वीकृत कर दी। जिसके तहत दो ओपन कुऐं खोदे जायेगे। और एक सी.डब्लु.आर.का निर्माण होगा जिसमें दोनो कुओं का पानी एकित्र होगा। और चार टांको का निर्माण के साथ दोनो गांवों में पाइप लाईन बिछाई जायेगी। जिसके बाद माडपुर व अणेवा गांव में शुद्व पानी की सप्लाई की जायेगी। जिससे वर्षो बाद ग्रामीणों को पेयजल के लिए शुद्व पानी मिलेगा। वही जलदाय विभाग द्वारा शिघ्र ही कुओं खुदाई और पाइप लाईन बिछाने के साथ टांके निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा।
माडपुर एवं अणेवा गंाव के ग्रामीणों से मिलेगा फलोराइड़ मुक्त पानी
माडपुर व अणेवा गांव में पानी में फलोराइड की मात्र अधिक होने के कारण वर्षो से दोनो गांवों के ग्रामीण फलोराइड युक्त पानी की पेयजल के रूप में उपयोग में ले रहे थे। ऐसे में 1 करोड़ 24 लाख राशि पानी की समस्या के निस्तारण के लिए स्वीकृत होने के बाद दोनो गांवों के ग्रामीणों में अब फलोराइड मुक्त पानी मिलेगा।
दो कुओं खोदने के साथ चार टांको का होगा निर्माण
जलदाय विभाग द्वारा माडपुर व अणेवा गांव में शुद्व पानी उपलब्ध कराने के लिए 1 करोड़ 24 लाख की राशि स्वीकृति हुई है जिसके तहत दो ओपन कुऐं खोदे जायेगे। और माडपुर एवं अणेवा गांव में दो दो टांको का निर्माण करवाया जायेगा।
कुओं से दोनो गांवों तक बिछेगी पाइप लाईन
जलदाय विभाग द्वारा स्वीकृत राशि के तहत दो कुऐं खोदे जायेगे,जहा से दोनो गांव में स्थित टांको में पानी की सप्लाई की जायेगी। ऐसे में दोनो कुओं से लगातार माडपुर एवं अणेवा गांव तक पाइपलाईन बिछाई जायेगी। जिससे ग्रामीणों को समय पर पर्याप्त पानी मिल सके।
पानी एकित्र करने के लिए होगा सीडब्लुएस का निर्माण
माडपुर और अणेवा गांव में पानी की सप्लाई हो इसको लेकर दोनो कुओं के पास एक सीडब्लुएस का निर्माण करवाया जायेगा। जिसमें दोनो कुओं का पानी एकित्र किया जायेगा,और इस सीडब्लुएस से दोनो गांवों में पाइप लाईन के माध्यम से टांकों तक पानी की सप्लाई की जायेगी।
ग्रामीणों ने जताया ऊर्जामंत्री राणावत का आभार
माडपुर एवं अणेवा गांव के ग्रामीण वर्षो फलोराइड युक्त पानी का उपयोग पेयजल के रूप में कर रहे थे। ऐसे में ऊर्जा मंत्री पुष्पेन्द्रसिंह राणावत ने ग्रामीणों की इस समस्या का स्थाई समाधान के लिए बजट आवंटन कराने को लेकर माडपुर एवं अणेवा गांव के ग्रामीणों उनका आभार प्रकट किया।
माडपुर एवं अणेवा गांव के ग्रामीणों को मिलेगा अब शुद्व पानी
माडपुर और अणेवा गांव के पानी में फलोराइड की मात्रा अधिक होने के बावजुद वर्षो से ग्रामीण इस पानी का उपयोग पेयजल के रूप में कर रहे थे। ऐेसे में 1 करोड़ 24 लाख की लागत से कुओं एवं टांको व पाइप लाईन बिछाई के कार्य किया जायेगा। जिसके बाद दोनो गांवों के ग्रामीणों को शुद्व पानी पेयजल के रूप में मिलेगा।
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