- दक्षिण की तुलना में मध्य और उत्तर भारत में गर्मी ज्यादा
- पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम होने से नौतपों में पड़ेगी भीषण गर्मी
रेड अलर्ट का मतलब एजेंसियां एक्शन लें
- मौसम विभाग के कलर कोड के मुताबिक रेड का मतलब होता है कि संबंधित एजेंसियां एक्शन लें। वहीं, एम्बर का मतलब होता है कि सरकारी एजेंसियां खराब मौसम के लिए तैयार रहें।
एक्सपर्ट व्यू: इन दिनों तपन ज्यादा क्यों?
- भोपाल में सीनियर मेट्रोलॉजिस्ट एके शुक्ला ने बताया कि इस समय उत्तरी गोलार्ध के ऊपरी भाग में है। दक्षिणी राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में दिन का समय ज्यादा है। इसलिए यह यहां सोलर रेडिएशन भी ज्यादा हो रहा है।
क्या है सोलर रेडिएशन?
- सूर्य से निकलने वाली किरणों से सिर्फ प्रकाश ही नहीं होता इससे तपिश भी बढ़ती है। किरणों का प्रकाश चारों तरफ फैलता है। इसकी वेव लेंथ करीब 4 माइक्रोन होती है यानी कम होती है। इसे ही सेालर रेडिएशन कहा जाता है।
नौतपा कल से
- सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी थोड़ी कम हो जाएगी। शुक्रवार से नौतपा शुरू हो जाएगा। इससे पृथ्वी पर सूर्य की तपन ज्यादा महसूस होगी। नौतपा के इन नौ दिन तक भीषण गर्मी पड़ेगी।
दिल्ली: 30% तक मरीज बढ़े, 29 तक हीट वेव की आशंका
- दिल्ली में तापमान 45.2 दर्ज किया गया। पिछले तीन दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा ही रहा है। दिल्ली में तीन दिनों से 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं।
- बाहरी दिल्ली से लेकर दक्षिणी दिल्ली, अशोक विहार, पालम, पूर्वी दिल्ली समेत कई अस्पतालों में शरीर में पानी की कमी और सिरदर्द जैसी शिकायतों के साथ मरीज पहुंच रहे हैं।
- मौसम विभाग ने 27 से 29 मई के दौरान दिल्ली में हीट वेब चलने की चेतावनी दी है।
मध्यप्रदेश: 44.4 डिग्री पारा, सबसे गर्मदिन, 13 जिले लू की चपेट में
- भोपाल नौतपा शुरू होन के पहले ही प्रदेश भट्ठी की तरह तप गया। बुधवार को राजधानी भोपाल समत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस रही। भोपाल में पारा 0.7 डिग्री बढ़कर 44.4 पर पहुंच गया, जो कि इस सीजन में सबसे ज्यादा है। प्रदेश के 13 जिलों में लू चली। सबसे गर्म नौगांव और श्याेपुरकलां रहे। वहां दिन का तापमान 47 डिग्री के करीब पहुंच गया। जबकि मलाजखंड, सिवनी, मंडला, छिंदवाड़ा में कहीं-कहीं बारिश हुई।
- राजधानी में रातें भी बेहद गर्म है। एक्सपर्ट कहते हैं कि भोपाल में सोलर रेडिशन चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, नागपुर, अकोला समेत देश के कई शहरों की तुलना में 7 से 91 मिनट ज्यादा देर तक रेडिएशन हो रहा है। यही वजह है कि यहां दिन और रात दोनों तप रहे हैं।
राजस्थान: 45.4° , सीजन का सबसे गर्म दिन, बूंदी दूसरे दिन भी 48°
- प्रदेशभर में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बूंदी में दूसरे दिन भी पारा 48 डिग्री पर कायम रहा। यह प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा।
- जयपुर में बुधवार को सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। यहां अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 45.4 डिग्री रहा।
- प्रदेश के बारां और झालावाड़ शहर में अधिकतम तापमान दूसरे दिन भी 47 डिग्री रहा। बाड़मेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश में लू चलने की चेतावनी दी है।
- वहीं जोधपुर के फलोदी में पारा 46 डिग्री पहुंच गया। यहां इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। वहीं जोधपुर में पारा 44 डिग्री पर स्थिर रहा।
पंजाब: 27 तक चलेगी लू, 45 डिग्री तक पहुंचेगा पारा, बारिश के आसार नहीं
- मौसम विभाग ने सूबे में 27 मई तक भीषण गर्मी के साथ लू चलने की चेतावनी दी है। इस दौरान ज्यादातर जिलों में पारा 44 और 45 डिग्री रहने का अनुमान है। बुधवार को ज्यादातर इलाकों में पारा 42 से 44 डिग्री के बीच रहा। वहीं, सूबे में अभी बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं।
- उत्तर भारत में गर्मियों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते ही बारिश होती है। बुधवार तक जम्मू-कश्मीर और उत्तरी पाकिस्तान पर बना पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर हो चुका था। इसके असर से अभी पंजाब, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली में बारिश के आसार नहीं है।
बिहार: अगले चार दिनों तक बढ़ेगा तापमान, पड़ेगी भीषण गर्मी
- राजधानी पटना समेत प्रदेशभर में अगले चार दिनों तक भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। इस साल पहली बार गर्मी में तापमान मई के अधिकतम स्तर पर पहुंच सकता है। पटना में सुबह से दोपहर तक हवा का रुख बदल रही है। सुबह में पछुआ हवा चल रही है। दोपहर होते-होते पूर्वी और दक्षिणी हवा चल रही है।
- यूपी और झारखंड के रास्ते बिहार में शुष्क और गर्म हवा आने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो गुरुवार से राजधानी का पारा सामान्य से ऊपर जाने की संभावना है। 25 से 27 मई के बीच भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इधर बुधवार को दिनभर छाए बादलों और पूर्वी हवा के कारण उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा।
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