पिछले कुछ दिनों से तेज उमस की वजह से लोगों का हाल बेहाल था। ऐसे में मंगलवार दोपहर जब मौसम बदला तो तेज बारिश की उम्मीद जगी, लेकिन 30 मिनट ही बादल बरसे। इधर, बारिश से शहर की कई कालोनियों में पानी भर गया। जहां सीवरेज व 24 घंटे जलापूर्ति का काम चल रहा है वहां भी कीचड़ की वजह से लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा।
तेज उमस की वजह से गुजरात के कच्छ होते हुए आया मानसून
तेज उमस की वजह से अरब सागर में नमी आई। ऐसे में अोमान के सल्लाह खाड़ी से लो प्रेशर समंदर के रास्ते गुजरात के कच्छ होते हुए दक्षिणी राजस्थान में आया। इसी वजह से पाली शहर समेत आस-पास क्षेत्रों में भी तेज बारिश हुई। अगले 24-48 घंटे में भारी बारिश की संभावना है।
फ्लैश बैक: 2010 में आधे घंटे में 7 बार गिरी थी आकाशीय बिजली
शहर में आठ वर्ष पूर्व भी आकाशीय बिजली गिरने की घटना हुई थी। जानकार बताते हैं कि 2010 में बेमौसम बारिश हुई थी। इस दौरान करीब आधे घंटे में 7 बार आकाशीय बिजली गिरी। उस समय भी पाली शहर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र हाउसिंग बोर्ड के आसपास ही आकाशीय बिजली गिरी थी।
हेमावास गांव
पाली. हाउसिंग बोर्ड में एक मकान पर बिजली गिरने से जले विद्युत उपकरण।
24 से 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी
शहर और जिले के आसपास के क्षेत्रों में 24 से 48 घंटो में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ नीलेश पुरोहित ने बताया कि इसकी मुख्य वजह है दो लो प्रेशर बनना। पहला जो ओमान के सल्लाह की खाड़ी से 2 दिन पूर्व कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए गुजरात के कच्छ और दूसरा बंगाल की खाड़ी से उठे एक और कम दबाव का क्षेत्र, जो खिसकते हुए अजमेर के अरावली पर्वतमाला में आने की संभावना है। यदि इन दोनों नमी के कारण एक साथ बारिश होती है तो पाली शहर समेत देसूरी, मारवाड़ जंक्शन, सादड़ी, नाडोल, रानी और बाली के अलावा सिरोही जिले में भी भारी बारिश की संभावना है।
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