तहसील क्षेत्र में गत जुलाई माह के अंतिम दिनों में भारी बरसात होने से बाढ़ जैसी स्थिति हो गई थी। ऐसे में पूरे जुलाई माह में रिकॉर्ड 1013 एमएम बरसात हुई थी। मगर इस बार जुलाई माह में मात्र 247 एमएम बरसात हुई। कम बारिश होने के कारण किसानों के साथ ग्रामीण भी मायूस नजर आ रहे हैं। वहीं बारिश की कामना को लेकर ग्रामीणों ने पूजा-अर्चना शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि देसूरी क्षेत्र में पिछले 12 वर्षों से लगातार अच्छी बरसात हो रही है। क्षेत्र में लगातार अच्छी बरसात होने से पेयजल की कोई समस्या नहीं है। जिसके कारण ग्रामीणों को पर्याप्त पानी मिल रहा है। इस बार भी किसानों व ग्रामीणों अच्छी बरसात की उम्मीद जुलाई माह में होने की थी। क्योंकि जुलाई 2017 में भारी बरसात होने के कारण क्षेत्र के सभी बांध ओवरफ्लो होने से क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई थी। जहां नदी,नालों के उफान पर चलने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था तथा जलदाय विभाग व डिस्कॉम सहित सार्वजनिक निर्माण विभाग को नुकसान हुआ था। वहीं सभी बांध ओवरफ्लो होने से उनमें पर्याप्त पानी होने के कारण किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी दिया था। ऐसी ही बरसात की उम्मीद इस बार भी किसानों ने लगा रखी थी। मगर इस बार ऐसी बारिश नहीं हुई। क्षेत्र में एक-दो बरसात को छोड़ पूरा जुलाई माह सूखा ही निकल गया। जिसके कारण इस माह में मात्र 247 एमएम बरसात ही हुई है। क्षेत्र के रणकपुर बांध को छोड़ सभी बांधों में पानी की आवक नहीं हुई।
देसूरी. पानी के अभाव दिखने लगा है बांध का तल।
देसूरी में जुलाई माह में मात्र 247 एमएम ही हुई बरसात
देसूरी तहसील में पिछले 12 वर्षों से लगातार अच्छी बरसात हुई है। जिसके कारण क्षेत्र में सभी नदी-नालों में पानी की आवक होने से बांध जुलाई माह में ही लगभग ओवरफ्लो हो जाते हैं। मगर इस बार जुलाई माह में मात्र 247 एमएम बरसात होने के कारण दो-तीन बांध को छोड़ सभी बांधों में पानी की आवक नहीं हुई है।
बरसात की कामना को लेकर किसान कर रहे इंद्रदेवता की पूजा-अर्चना
रूठे इंद्र देवता को मनाने को लेकर इन दिनों किसान व ग्रामीण गांवों में स्थित देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। वहीं अभी तक पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसान मायूस नजर आ रहे हैं।
खेतों में खड़ी फसलें पानी के अभाव में नष्ट हो जाएगी
क्षेत्र में जुलाई माह में हुई एक अच्छी बरसात के बाद किसानों ने आनन-फानन में हजारों खर्च कर खेतों में फसलों की बुवाई कर दी थी। मगर उन्होंने क्या मालूम था कि बुवाई करते ही इंद्र देवता रूठ जाएंगे। ऐसे में पानी के अभाव में खेतों में खड़ी फसलें खराब हो जाएगी।
बांधों में पानी की आवक नहीं होने से पेयजल संकट गहरा सकता है
देसूरी क्षेत्र में स्थित बांधों में पानी की आवक लगातार अच्छी होने से क्षेत्र में पेयजल की किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। मगर जुलाई माह में बरसात कम होने से बांधों में पानी की आवक नहीं होने से आने वाले माह में क्षेत्र में पानी का संकट गहरा जाएगा। जिससे क्षेत्र में पानी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। क्योंकि जलदाय विभाग के अधिकतर कुएं बांध के पानी से ही रिचार्ज होते हैं।
देसूरी क्षेत्र में उम्मीद से कम हुई बरसात, बांधों में पानी की आवक नहीं
देसूरी तहसील क्षेत्र में जुलाई माह में रिकॉर्ड बरसात होने से सभी बांध ओवरफ्लो हो गए थे। मगर इस बार जुलाई माह में उम्मीद से कम बरसात होने से एक-दो बांध को छोड़ बाकी सभी बांधों में पानी की आवक नहीं हुई है। -ताराराम गहलोत, सहायक अभियंता, जलसंसाधन विभाग, बाली
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