सिविल नागरिक हवाई अड्डे पर यात्री विमान के हाइजैक की सूचना से शुक्रवार को हड़कम्प मच गया। शहरभर में सघन नाकाबंदी कर दी गई। पुलिस तमाम अधिकारी एयरपोर्ट व वायुसेना स्टेशन पहुंचे। जांच में एयर ट्रैफिक कन्ट्रोल (एटीसी) की तरफ से विमान हाइजैक होने की मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) निकलने पर सभी ने राहत की सांस ली।
पुलिस कन्ट्रोल रूम में अपराह्न 3.35 बजे सिविल एयरोड्रम पर खड़े यात्री विमान के हाइजैक होने की सूचना मिली। वायरलैस सैट पर संदेश प्रसारित होते ही हड़कम्प मच गया। वायुसेना व सेना के तमाम अधिकारी एयरपोर्ट व एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे। वहीं, पुलिस के अधिकारी भी आनन-फानन में एयरपोर्ट की तरफ दौड़े।
शहरभर में सघन हथियारबंद नाकाबंदी करा दी गई। फायर ब्रिगेड के साथ ही एम्बुलेंस व सीआईडी जोन के अधिकारी और डॉग स्क्वॉयड भी वहां पहुंच गए। सभी ने विमान को घेर लिया। सेना के कमाण्डो ने ऑपरेशन शुरू कर डमी आतंकियों को धर दबोचा और विमान को मुक्त कराया। इसके बाद अधिकारियों ने हाइजैक को एटीसी की ओर से मॉक ड्रिल होने की जानकारी दी। इससे पहले हाइजैक की सूचना मिलते ही वायुसेना व सेना और सेना पुलिस के अधिकारी हवाई अड्डे पहुंचे। पुलिस व सीआईडी जोन, डॉग स्क्वॉयड, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंच गई।
रेस्पांस टाइम की जांच विमान के हाइजैक होने का संदेश प्रसारित होने पर पुलिस अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए। पुलिस कमिश्नर आलोक वशिष्ठ व पुलिस उपायुक्त (पश्चिम)मोनिका सेन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त थे। ऐसे में शेष सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे। मॉक ड्रिल में अधिकारियों के मौके पर पहुंचने का रेस्पांस टाइम नोट किया गया। जिससे यह पता लगाया जा सके कि कौन अधिकारी कितने बजे मौके पर पहुंचे।
इनका कहना है
वायुसेना की ओर से यह मॉक थी। जो नियमित अभ्यास का हिस्सा है। सभी जांच एजेंसियों का अच्छा रेस्पांस रहा।
- सोम्भित घोष, पीआरओ, सेना
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