गोडवाड ज्योती /जोधपुर/पाली। शहर समेत जिले भर में मानसून अब पूरी तरह सक्रिय हो गया है। जिससे पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही रिमझिम बारिश का दौर शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार दोपहर बाद मूसलाधार बारिश हुई। जिससे शहर की सड़कें तर-ब-तर हो गई तो वहीं शहर के कई इलाकों में बरसाती पानी जमा होने से आवागमन में दिक्कतें पेश आई। शुक्रवार को दिन भर जमकर हुई बारिश से संभाग के सबसे बड़े जवाई बांध में बेड़ा नदी तेज रफ्तार से चलने के कारण बांध का लेवल 30 फीट पार हो गया।
वहीं बाली व देसूरी की नदियां चलने से देसूरी बांध, रणकपुर बांध, काणा बांध, निकटवर्ती खारड़ा बांध में पानी की अच्छी आवक शुरू हो चुकी है। शुक्रवार को करीब तीन घंटे चली बारिश से शहर के सिंधी कॉलोनी, रामदेव रोड, आदर्श नगर, पैकेज कॉलोनी, लोढ़ा स्कूल रोड, जंगीवाड़ा, मंडिया रोड आदि क्षेत्रों में सड़कों पर एक से डेढ़ फीट पानी भर जाने से शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सेई के फाटक खुले
सरकारी उप मुख्य सचेतक एंव सुमेरपुर विधायक मदन राठौड़ ने जवाईबांध कैचमेंन्ट एरिया में हो रही बारिश को देखते हुए जल संशाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता प्रतापसिंह चावड़ा से विचार विमर्श कर सेई बाध के फाटक खोलने के निर्देश दिए। जल संशाधन विभाग के अधिकारियों ने सेई के फाटक खोल दिए है, जिससे सेई बांध का पानी देर रात्रि तक टनल एंव जवाई नदी के माध्यम से जवाईबांध में पहुंचेगा। सुमेरपुर सहित पुरे पाली जिले के लिए यह सुखद समाचार है।
बाली में 85 एमएम बारिश
बाली नगर सहित आस पास के क्षेत्र सहित बोया, सेवाड़ी, सेसली, लुणावा, करनवा, सादड़ा, चामुण्डेरी, कोटबालियान, श्रीसेला, पुनाड़िया सहित दर्जनों गांवों में शुक्रवार को कभी रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश होती रही। सिंचाई विभाग के सहायक अभियन्ता ताराराम गहलोत ने बताया कि बाली क्षेत्र में शुक्रवार को 85 एमएम यानि 3.50 इंच बारिश हुई। बारिश से सभी ओर पानी ही पानी हो गया। गर्मी से लोगों को राहत मिली वही कही लोगों ने गरम पकवान बनाकर खाने का आनन्द लिया। बारिश से बाली की सुकड़ी नदी भी तेज गति से बही जिसको देखने के लिए लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। साथ ही लुणावा की पावटी नदी भी उफान पर चली।
टूटी रपट, फंसी एंबुलेंस
मारवाड़ जंक्शन। समीपवर्ती आउवा जेतपुरा चौराहे पर बनी रपट बरसात में पूरे वेग से पानी बहने से टूट गई। इससे हादसों की आशंका प्रबल हो गई है। एक एम्बुलेंस तेज बहाव और टूटी रपट पर घण्टों तक पड़ी रही। ग्रामीणों की मदद से इसे बाहर निकाल रपट को पार करवाया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी इसी रपट से मार्ग पूर्णतया 3 दिन तक अवरुद्ध रहा था ।
देसूरी अरावली की सुरम्य पहाड़ियों के आज पास बसे गांव में देसूरी नारलाई, आना खेतलाजी, सोनाणा सांरगवास नाडोल में शुक्रवार सुबह से बादल छाए रहे। वही पूरे दिन रुक रुक कर कभी धीरे कभी तेज बारिश निरंतर होती रही जिससे नदी नालों में पानी आवक शरू हुई। इससे सेलीबान्ध व तालाबों व एनीकटों में पानी की आवक निरंतर जारी है। बारिश को देखते हुए लोग अपने-अपने घरों में रहने से बाजारों में चहल पहल धीमी पड़ गई। नारलाई सरपंच दौलत चौधरी ने बताया कि बारिश अच्छी हुई है जिससे किसानों में खुशी व्याप्त है। फसल के लिए बहुत ही अच्छी बारिश है।
खिंवाडा । कस्बे सहित आसपास के गांवों व अरावल क्षेत्र मे शुक्रवार सुबह से हो रही बारिश के कारण सुबह से जन.जीवन प्रभावित रहा विद्यार्थियों को स्कूल जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण नदी नालों में तेज उफान के चलते व खिंवाड़ा के देसूरी नाडोल मुख्य मार्ग पर गुड़ा ठाकुरजी के समीप रपट क्षतिग्रस्त होने से व नाले के तेज बहाव के चलते कुछ समय के लिए कस्बे का संम्पर्क अन्य गांवों कट गया। इस दौरान रपट पर पुलिस जाप्ता राजकुमार के नेतृत्व में मुस्तैद नजर आया।
पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर इस मार्ग को रोक बहाव कम होने तक जाप्ता तैनात रहा । वही खिंवाडा नदी व घेन्दड़ी नदी उफान से चलने लगी नदी के प्रथम आगमन पर कस्बे वासियो ने चुंदड़ी ओढ़ाकर स्वागत कर पुष्प व श्रीफल अर्पित किए नदी को देखने के लिए सम्पूर्ण कस्बे के लोगो का तांता लगा रहा वहीं तेज बारिश की वजह से 3 घंटों से बिजली भी गुल होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पडा ।
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