गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी के साथ आज भारत सरकार के एनिमल वेलफेयर बोर्ड के सदस्य और वैश्विक संस्था समस्त महाजन के मैनेजिंग ट्रस्टी गिरीशभाई शाहके नेतृत्वमें
एनिमल वेलफेयर बोर्ड के मित्तल खेताणी, और गुजरात के जिवदया प्रेमी राजेंद्र शाह, रमेशभाई ठक्कर, राजूभाई शाह, हरीशभाई शाह, चीनूभाई शाह, जयंतीभाई दोशी, भावेशभाई सोलंकी,अभय शाह और प्रतिनिधिमंडल ने शुभेच्छा मुलाकात की.
1) गुजरात की गौशाला पांजरापोलो में चार लाख से अधिक बेसहारा अबोल जीवों की सुचारू सुंदर व्यवस्था होती है। गुजरात में व्यापक पशुपालन और दूग्ध उत्पादन होने से नर पशु और दूध ना देने वाली गाय-भैंस पांजरापोलो के आश्रय में अपना जीवन गुजारती है। दूग्ध व्यावसायक और डेयरी उद्योग अच्छा मुनाफा करते हैं जबकि गुजरात की सभी पांजरापोल के संचालकों का रोजाना खर्च रु. 3 करोड़ से अधिक है। दान के घटते प्रवाह से सारे संचालक चिंतित हैं। रोजाना इन पांजरापोलो से करीब ४० लाख किलो गोबर उत्पाद होता है जो किसानों को प्राकृतिक खेती तरफ आगे बढ़ने में मदद रुप बनता है। हमने राज्यपाल महोदय से यह विनंती की है कि उत्तरप्रदेश सरकार और राजस्थान सरकार की तरह प्रतिदिन प्रति पशु रु 50 की सब्सिडी गुजरात सरकार करें ताकि आवारा भटक रही रस्ते पर ट्रैफिक एक्सीडेंट से बचकर सभी पशुओंको पांजरापोल में सहारा मिल जाए और पूरा गुजरात प्राकृतिक खेती की ओर आगे बढ़ेगा
2) जिंदा भेड़ बकरियों के एक्सपोर्ट को तत्काल असर से बंद किया जाए यह आवेदन भी
राज्यपालश्री को दिया गया
3) गुजरात को भी सिक्किम की तर्ज पर सुजलाम सुफलाम ऑर्गेनिक गुजरात बनाने के लिए केमिकल फ़र्टिलाइज़र और केमिकल जंतुनाशक की सब्सिडी तत्काल असर से बंद करने का निवेदन किया गया।
एनिमल वेलफेयर बोर्ड के मित्तल खेताणी, और गुजरात के जिवदया प्रेमी राजेंद्र शाह, रमेशभाई ठक्कर, राजूभाई शाह, हरीशभाई शाह, चीनूभाई शाह, जयंतीभाई दोशी, भावेशभाई सोलंकी,अभय शाह और प्रतिनिधिमंडल ने शुभेच्छा मुलाकात की.
1) गुजरात की गौशाला पांजरापोलो में चार लाख से अधिक बेसहारा अबोल जीवों की सुचारू सुंदर व्यवस्था होती है। गुजरात में व्यापक पशुपालन और दूग्ध उत्पादन होने से नर पशु और दूध ना देने वाली गाय-भैंस पांजरापोलो के आश्रय में अपना जीवन गुजारती है। दूग्ध व्यावसायक और डेयरी उद्योग अच्छा मुनाफा करते हैं जबकि गुजरात की सभी पांजरापोल के संचालकों का रोजाना खर्च रु. 3 करोड़ से अधिक है। दान के घटते प्रवाह से सारे संचालक चिंतित हैं। रोजाना इन पांजरापोलो से करीब ४० लाख किलो गोबर उत्पाद होता है जो किसानों को प्राकृतिक खेती तरफ आगे बढ़ने में मदद रुप बनता है। हमने राज्यपाल महोदय से यह विनंती की है कि उत्तरप्रदेश सरकार और राजस्थान सरकार की तरह प्रतिदिन प्रति पशु रु 50 की सब्सिडी गुजरात सरकार करें ताकि आवारा भटक रही रस्ते पर ट्रैफिक एक्सीडेंट से बचकर सभी पशुओंको पांजरापोल में सहारा मिल जाए और पूरा गुजरात प्राकृतिक खेती की ओर आगे बढ़ेगा
2) जिंदा भेड़ बकरियों के एक्सपोर्ट को तत्काल असर से बंद किया जाए यह आवेदन भी
राज्यपालश्री को दिया गया
3) गुजरात को भी सिक्किम की तर्ज पर सुजलाम सुफलाम ऑर्गेनिक गुजरात बनाने के लिए केमिकल फ़र्टिलाइज़र और केमिकल जंतुनाशक की सब्सिडी तत्काल असर से बंद करने का निवेदन किया गया।
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