Post Page Advertisement [Top]

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जीतो घाटकोपर ने दिया ‘योग ही योग्य’ का संदेश

मुंबई: भारतभूमि को अनादिकाल से योग भूमि के रूप में जाना जाता रहा है| भारत भूमि का कण-कण अनेको योगियों की योग-साधना से लाभान्वित रहा है। इसी बहुपयोगी योग साधना को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर वैश्विक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए, सभी सरकारी नियमों का पालन करते हुए जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (JITO) घाटकोपर द्वारा 20 जून को तेरापंथ भवन में सिमित सदस्यों की उपस्थिति में 4th योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सोश्यल मिडिया के विभिन्न माध्यमों से बड़ी संख्या में लोग LIVE जुड़े और योग करने और उसके लाभ के बारे में जाना, जिसकी बागडोर फोटोग्राफर संजय पटवा ने बखूबी निभाई| इस शिविर में योगा, प्राणायाम पर बहुत ही सुंदर, उपयुक्त मार्गदर्शन की बहुमूल्य जानकारी देवांग शाह और अंजू बाफना ने दी। उल्लेखनीय है कि छह वर्ष पूर्व 2015 में पहली बार 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस मनाया गया था, जिसकी मान्यता संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दी थी|

संस्था से जुडी ज्योती मुणोत ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि महामंत्र नवकार के साथ योगाभ्यास का शुभारंभ किया गया| तत्पश्चात योग प्रशिक्षक देवांग शाह और अंजू बाफना ने बहुत ही सरल योगासन करवाएं और कहा कि योग क्रियाएँ आपका आध्यात्मिक विकास और रोजमर्रा के जीवन में आपकी क्षमता को बेहतर करती हैं लेकिन आपने कभी उन्हें जीवन-रक्षक साधन के तौर पर नहीं देखा पर वे बिलकुल ऐसी हो सकती हैं। अगर आप नियमित रूप से योग क्रियाएँ करते हैं तो आपका शरीर वायरस के असर को निश्चित रूप से अधिकांश दूसरे लोगों के मुकाबले बेहतर तरीके से झेल सकता है। अब जब महामारी फैली हुई है तो पहली चिंता रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने की है। योग आपकी रोग-प्रतिरोधक प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को मज़बूत करता है, आपके फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर में ऑ‍क्सीजन वितरण के तरीके को ठीक करती है। अपने ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखना और अपने इम्यून सिटस्म को बेहतर रखना दो सबसे महत्वपूर्ण चीज़ें हैं, जो अभी आपको करने की जरूरत है। इस मौके पर ताराचंदजी गन्ना ने योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हम चाहे कुछ भी कर लें, आज नहीं तो कल यह संक्रमण हमारे शरीर से होकर गुज़रेगा ही। हमें इतनी सावधानी रखनी है कि यह हमारे शरीर से गंभीर लक्षण पैदा करते हुए गुज़रेता है अथवा या बिना किसी लक्षण के और इसके लिए हमें अपने इम्यून सिस्टम को बहुत मजबूत करना होगा और इम्यून सिस्टम को योग से ही बेहतर किया जा सकता है| महिला विंग की रेखाजी जैन ने कहा कि योग मनुष्य के मन को पवित्र बनाता है, आत्मा को निर्मल बनाता है, शरीर को स्वस्थ बनाता है... कुल मिलाकर योग कोरोना संक्रमण के दौर में रामबाण औषधि की तरह है।

इस अवसर पर रमेश मोरबिया, ताराचंद गन्ना, प्रफुल मेहता, प्रमोद मेहता, शिल्पिन तातेड, धीरज मेहता, गिरीश नाहर, संगीता गन्ना, रेखा जैन, सुमित्रा कोठारी, नीलम मेहता, नीलम दंती आदि की सिमित गरिमामय उपस्थिती से इस कार्यक्रम को चार चाँद लग गये। कार्यक्रम पश्चात आगामी वर्ष सभी की अच्छे स्वास्थ्य और कोरोना से मुक्ति की कामना के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया|

No comments:

Post a Comment

Total Pageviews

Bottom Ad [Post Page]