पैसों के लालच में भांडुप की बुजुर्ग रतनबेन मोहनलालजी जैन की निर्मम हत्या
मुंबई: कहते हैं कि प्यार अंधा हुआ करता है लेकिन प्यार के लिए किसी की हत्या कर देना, ना केवल मानवता का अपमान है बल्कि उसे प्यार का नाम देना ही बेमानी है| ऐसी ही मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना भांडुप के फुगेवाला परिसर में 15 अप्रैल 2021 को हुई, जहाँ एक सरफिरे आशिक ने पैसों के लालच में 70 वर्षीय बुजुर्ग रतनबेन मोहनलालजी जैन की गला रेतकर हत्या कर दी और घर में रखी नगदी व जेवर लेकर फरार हो गया| कातिल इतना शातिर था कि बुजुर्ग रतनबेन की निर्मम हत्या के एक महीने बाद भी पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पाई थी। पर गुनाह कितना भी चालाक हो जाये, कानून से ज्यादा देर तक नही बच सकता| कातिल तक पहुँचने के लिए जोन 7 से 45 पुलिस अधिकारियों की टीम बनाई गई और 1060 संदिग्धों से पूछताछ भी की गई। आखिरकार भांडुप पुलिस को पता चला कि घटना के बाद से इलाके का रहने वाला 24 साल का इमरान मलिक लापता है और अंतत: इसके बाद हत्या की गुत्थी सुलझ गई।
रतनबेन के परिवार द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार भांडुप पुलिस ने इमरान को उसकी प्रेमिका रुपाली के साथ उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया| रूपाली इमरान की प्रेमिका थी और वह इमरान से लगातार पैसे की मांग करती रहती थी| रतनबेन पैसे उधार देने के कारोबार करती थी और पुलिस को उनके घर से एक डायरी भी बरामद हुई, जिसमें उधार लिए गए पैसे का विवरण था। जैसा कि इमरान जानता था कि रतनबेन घर में अकेली रहती थी, उसने उन्हें मारने और लूटने की साजिश रची। घटना वाले दिन इमरान को पैसे देने के बहाने रतनबेन के घर जाने का मौका मिला तो उसने धारदार हथियार से रतनबेन की चाकू मारकर हत्या कर दी और कुल 3.5 लाख रुपये का कीमती सामान लूट लिया और नकद अपनी प्रेमिका की मदद से चोरी के जेवर को ठिकाने लगाया। हालांकि हत्या 14 अप्रैल की शाम को हुई थी लेकिन इसका पता अगले दिन ही चला, जब घर की सफाई के लिए घरेलू मदद करने कामवाली आई। उसने पड़ोसियों और भांडुप पुलिस को घटना की जानकारी दी| आखिरकार एक महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस केस में सफलता पाते हुए भांडुप पुलिस टीम ने दंपति को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया क्योंकि दोनों पिछले महीने से लापता पाए गए थे। पुलिस ने बताया कि इस पूर्व नियोजित हत्याकांड में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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