
बॉलीवुड डेस्क.कवि कुमार आजाद का अंतिम संस्कार मंगलवार 10 जुलाई को किया जाएगा। तब तक उनकी डेड बॉडी को कोल्ड स्टोरेज में मीरा रोड स्थित भारतरत्न इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में रखा गया है। दरअसल, आजाद के पेरेंट्स सासाराम, बिहार एक शादी में शामिल होने गए हैं। उनके आने के बाद ही आजाद को अंतिम संस्कार किया जाएगा। कवि कुमार आजाद अपने किरदार की तरह रियल लाइफ में भी हर किसी के करीब थे।
कवि कुमार आजाद से जुड़ी कुछ खास बातें
सर्जरी से घटाया था 80 किलाे वजन :
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में अपनी कॉमेडी से सभी का दिल जीतने वाले हंसराज हाथी यानी कवि कुमार आजाद का वजन काफी ज्यादा था। पहले 254 किलो वजनी हुआ करते थे। बढ़े हुए वजन के चलते उन्हें चलने-फिरने में काफी तकलीफ होती थी। अक्टूबर, 2010 में उन्होंने बैरियाट्रिक सर्जरी करवाकर अपना वजन 80 किलो तक कम किया था। 2014 में उनका वजन 170 किलो के आसपास था।
दो दिन पहले प्रोड्यूसर से कहा जल्दी निपटा लें काम :
दो दिन पहले प्रोड्यूसर से कहा जल्दी निपटा लें काम :
हार्टअटैक आने से दो दिन पहले ही 7 जुलाई को आजाद ने अपने शूट सीक्वेंस का आखिरी शॉट दिया था। उन्होंने मेकर्स से कहा था कि वे वर्तमान सीक्वेंस के लिए उनके सभी शॉट जल्दी-जल्दी पूरी कर लें। शायद उन्हें किसी अनहोनी का अंदेशा पहले ही हो गया था।
बिहार के सासाराम के रहने वाले थे कवि कुमार आजाद :
बिहार के सासाराम के रहने वाले थे कवि कुमार आजाद :
आजाद बिहार के सासाराम स्थित गौरक्षणी के रहने वाले थे। कुमार को बचपन से एक्टिंग का शौक था, लेकिन बड़े होते-होते उनका शरीर बेतरतीब ढंग से बढ़ने लगा। इसके बाद भी उन्होंने एक्टिंग के शौक को खत्म होने नहीं दिया। आजाद भागकर मुंबई आ गए थे। उनकी जेब में फूटी कौड़ी नहीं थी। कई रातें फुटपाथ पर गुजारी थीं।
- धीरे-धीरे उन्हें कुछ टीवी शो में छोटा-मोटा रोल मिलना शुरू हुआ। लेकिन पहचान 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' से ही मिली। वे इस शो से 2009 में जुड़े थे।
बहुत ही पॉजिटिव इंसान थे आजाद :शो के डायरेक्टर असित ने कहा कि आजाद बहुत ही पॉजिटिव इंसान थे। वे अपने शो से बहुत प्यार करते थे और तबीयत ठीक न होने के बावजूद शूट किया करते थे। "आजाद ने आज (सोमवार) सुबह फोन करके कहा था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है। वे शूट पर नहीं आ पाएंगे। इसके बाद हमें उनके निधन की खबर मिली। हम इससे ज्यादा कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।"
असित से कहा था- बोनस की जिंदगी जी रहा हूं :
- धीरे-धीरे उन्हें कुछ टीवी शो में छोटा-मोटा रोल मिलना शुरू हुआ। लेकिन पहचान 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' से ही मिली। वे इस शो से 2009 में जुड़े थे।
बहुत ही पॉजिटिव इंसान थे आजाद :शो के डायरेक्टर असित ने कहा कि आजाद बहुत ही पॉजिटिव इंसान थे। वे अपने शो से बहुत प्यार करते थे और तबीयत ठीक न होने के बावजूद शूट किया करते थे। "आजाद ने आज (सोमवार) सुबह फोन करके कहा था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है। वे शूट पर नहीं आ पाएंगे। इसके बाद हमें उनके निधन की खबर मिली। हम इससे ज्यादा कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।"
असित से कहा था- बोनस की जिंदगी जी रहा हूं :
आजाद की ड्रिंकिंग हैबिट से सभी वाकिफ थे। एक बार शो के प्रोड्यूसर असित मोदी ने उन्हें कम पीने की सलाह दी तो आजाद ने कहा था - "जो जिंदगी जी रहा हूं, वो भी बोनस की जी रहा हूं।" तब उन्हें असीत ने सेट पर ड्रिंक न करने के लिए कहा था, इसलिए वे हमेशा गोरेगांव स्थित फिल्मसिटी (जहां 'तारक मेहता...' का सेट है) से बाहर जाकर ही ड्रिंक किया करते थे।
रियल लाइफ में भी खाने के शौकीन थे 'डॉ. हाथी' :
रियल लाइफ में भी खाने के शौकीन थे 'डॉ. हाथी' :
शो में भिड़े का किरदार निभा रहे मंदार के मुताबिक ''सोमवार सुबह ही हम सभी को फिल्मसिटी में एक सीक्वेंस शूट करना था। फिर पता चला कि आजाद की तबीयत खराब है, तो हम उनके बिना ही शूटिंग में आगे बढ़ गए।
- भिड़े ने कहा- मेरे और उनके बहुत अच्छे संबंध थे। हम साथ बैठते थे, खाना खाते थे। यहां तक कि मैं जब भी शूट पर आता तो वे पूछते थे, आज टिफिन में क्या लाए हो। अपने किरदार की तरह रियल लाइफ में भी वो खाने के बेहद शौकीन थे।''
- भिड़े ने कहा- मेरे और उनके बहुत अच्छे संबंध थे। हम साथ बैठते थे, खाना खाते थे। यहां तक कि मैं जब भी शूट पर आता तो वे पूछते थे, आज टिफिन में क्या लाए हो। अपने किरदार की तरह रियल लाइफ में भी वो खाने के बेहद शौकीन थे।''
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