मुंबई. आज समुद्र किनारे जाकर एन्जॉय करने वालों के लिए बीएमसी आपदा प्रबंधन ने चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के हवाले से बीएमसी ने अलर्ट जारी कर कहा है कि आज मुंबई के समुद्र में इस मानसून की अब तक की सबसे ऊंची हाई टाइड आने की आशंका है। इसलिए लोग समुद्र किनारे जाने से बचे। चेतावनी के मुताबिक, दोपहर तकरीबन दो बजे समुद्र में 5 मीटर का हाई टाइड आ सकता है।
शनिवार को भी आया था हाई टाइड
- शनिवार को इस मॉनसून का अब तक का सबसे ऊंचा हाई टाइड 4.96 मीटर रिकॉर्ड हो चुका है। आज के हाई टाइड को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर समुद्री तटों पर तटरक्षकों की संख्या बढ़ा दी गई है।
भारी बारिश साथ आई तो समस्या
- बीएमसी के अनुसार, अगर हाई टाइड के दौरान शहर में मूसलाधार बारिश होती है, तो इससे लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। हाई टाइड के कारण शहर का पानी समुद्र में नहीं जा पाता है और निचले इलाकों में कुछ ही देर में पानी भर जाता है। मौसम विभाग ने आज मुंबई के कई इलाकों में रविवार को भारी बारिश की आशंका व्यक्त किया है। सुबह से ही मुंबई के कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है।
समंदर ने उगला 15 मैट्रिक टन कचरा
- शनिवार को आए हाई टाइड के कारण 15 मैट्रिक टन कचरा तटों के किनारों और सड़कों पर आ गया। इस दौरान ए वॉर्ड से 4.4 मैट्रिक टन, जबकि सी वॉर्ड से 7.5 मैट्रिक टन कचरा निकाला गया। बीएमसी के मुताबिक, सबसे अधिक कचरा मरीन ड्राइव के पास निकला, जिससे वहां यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि, समय रहते कचरे को साफ कर दिया गया।
जानें, कैसे आता है हाई टाइड
- ग्रेविटेशनल फोर्स के कारण समुद्र में तेज रफ्तार लहरों के उठने को हाई टाइड यानी 'ज्वार' कहते हैं। इसी तरह लहरों के गिरने को लो-टाइड यानी 'भाटा' कहते हैं। इसमें जल का स्तर अचानक तेजी से बढ़ने लगता है। पृथ्वी, चन्द्रमा और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति ही ज्वार-भाटा की उत्पत्ति का प्रमुख कारण हैं। अपनी धुरी पर घूमते हुए चंद्रमा जब पृथ्वी के निकट आता है तो दोनों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल के चलते खिंचाव उत्पन्न होता है। इस आकर्षण के कारण समुद्र का जल ऊपर उठने लगता है और इसे हाई टाइड कहते हैं। यही प्रक्रिया पृथ्वी के सूर्य के नजदीक जाने के कारण भी होता है। सूर्य के मुकाबले चंद्रमा पृथ्वी के अधिक निकट है इसलिए अधिकतर ज्वार-भाटे चंद्रमा के कारण आते हैं।
No comments:
Post a Comment