पुलिस कॉलोनियों की हालत खराब, तत्काल 300 करोड़ रुपए रिलीज करे सरकार
मुंबई। पुलिसवाले और उनके परिवारजन खतरे में जी रहे है, क्योंकि शहर की ज्यादातर पुलिस कॉलोनियों की हालत बहुत खस्ता है। सरकार को पुलिस कॉलोनियों के रखरखाव व रिपोरिंग के लिए तत्काल 300 करोड़ रुपए का तत्काल प्रावधान करना चाहिए। विधानसभा में यह मांग भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष एवं मलबार हिल के विऑधायक मंगल प्रभात लोढ़ा ने की। उन्होंने कहा कि ताड़देव, वर्ली, नायगांव और बीडीडी चाल सहित हर पुलिस थाने में पुलिस कॉलोनियां है, इनमें से कई इमारतों की हालत बहुत खराब है। विधानसभा में पुलिस हाउसिंग कॉलोनियों के रिपेरिंग का मामला उठाते हुए विधायक लोढ़ा ने सरकार से कहा कि मुंबई के हजारों पुलिसवाले बहुत जर्जर इमारतों में रह रहे है। कई इमारतें तो ऐसी हैं, जिन्हें खतरनाक घोषित किया गया है। लेकिन मुंबई पुलिस के पास रिपेरिंग के लिए फंड नहीं है। इसी कारण पिछले कई सालों से पुलिसवाले उन जर्जर इमारतों में रहने को मजबूर हैं। सरकार ने इस मामले में अब तक तीन – चार बार कमेटियां बनाई, लेकिन कोई हल नहीं निकला। मलबार हिल के विधायक लोढ़ा ने सदन में बैठे सार्वजनिक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण से उन्होंने मांग की कि नई इमारतें जब बनेंगी, जब बनेंगी, लेकिन तब तक सरकार को इन इमारतों की रिपेरिंग का प्रावधान तत्काल करना चाहिए। विधायक लोढ़ा ने सरकार से मांग की कि पुलिस विभाग ने सरकार से इन इमारतों की मरम्मत के लिए जो 300 करोड़ रुपए मांगे हैं, वह तत्काल रिलीज करने के बारे में सरकार को निर्णय लेना चाहिए।
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