‘थॉट प्रोजेक्ट’ द्वारा अभिनय की बारीकी सिखने और समझने के लिए ऑनलाइन सेमिनार
मुंबई: कला के प्रति समर्पित संगठन ‘थॉट प्रोजेक्ट’ के प्रयासों से युवाओं को अभिनय की बारीकी सिखने और समझने के लिए ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया है| थिएटर के दिग्गज महेश दत्तानी के मार्गदर्शन में इस सेमिनार के माध्यम से प्रतिभागियों को कथा के चरित्र को निभाना होगा| रंगमंच की कलाकार आंचल जैन का मानना है कि नाट्य कभी अकेले नही किया जा सकता| प्रत्येक किरदार महत्वपूर्ण है इसलिए इसे समूह में करना बेहतर है| कला आधारित संस्था थॉट प्रोजेक्ट ने आगे आकर दिनांक 23 जनवरी को शाम 4 बजे और 24 जनवरी शाम 6 बजे ज़ूम सत्र की शुरुआत की है, जिसमें अभिनय से जुड़े और अन्य लोगो को भी नाटक की पृष्ठभूमि-नाटक पढ़ने और चर्चा करने का अवसर मिलेगा| इस बार समूह के दिग्गज नाटककार महेश दत्तानी के नाटक “ऑन ए मुगी नाइट इन मुंबई” को किया जायेगा|
राजस्थान के बेड़ा गाँव व वर्तमान में मुंबई निवासी ‘थॉट प्रोजेक्ट’ की संस्थापिका आंचल जैन ने बताया कि लॉकडाउन में लोगों तक ना पहुँच पाने की असमर्थता के कारण यह विचार आया और हमनें सोचा कि कुछ ऐसा हो सकता है, जिसके माध्यम से कला और कलाकार को जोड़ा जा सके| फिर हमने जून में जूम के माध्यम से इसे शुरू किया, जिसमें सामाजिक विषयों को उजागर करने वाले नाटकों पर ध्यान केंद्रित किया गया| हमारे इस प्रयास को सभी का बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला| वह कहती हैं कि लोग पाठक या दर्शक बनने के लिए साइन अप कर सकते हैं| पाठकों को पात्र सौंपे जाते हैं और उनकी पंक्तियों को पढ़ने की अपेक्षा की जाती है। हम मानते हैं कि विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए रंगमंच एक शक्तिशाली माध्यम हो सकता है| आगामी सत्र में समूह प्रतिभागियों को दत्तानीजी द्वारा 1995 में लिखित नाटक को पढ़ने के लिए आमंत्रित किया गया है, जो मुंबई में छह दोस्तों, उनकी आत्मखोज की यात्रा और उनके रिश्तों, मानसिक स्वास्थ्य, साहचर्य और सामाजिक उत्पीड़न को दर्शाता है। इस विषय पर एक फिल्म (मैंगो सौफ्ले) भी बनाई गई थी।
साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता नाटककार कहते हैं, “जब थॉट प्रोजेक्ट के लोग मेरे पास पहुंचे तो मुझे लगा कि एक समुदाय को नाटक पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। मुझे याद है कि जब मैंने थिएटर करना शुरू किया था तो हम हर वीकेंड पर एक स्क्रिप्ट चुनते थे, पढ़ते थे और उस पर चर्चा करते थे| वह याद करते हुए कहते हैं कि इस तरह की रीडिंग से बड़ी बातचीत की राह खुल सकती है। जब उनसे पाठकों के लिए सलाह मांगी तो उन्होंने कहा कि ‘मज़े करो और इसे रिश्तों के बारे में एक कहानी के रूप में खोजो।‘
On January 23, 4 pm; January 24, 10 am
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