आप अपनी जरूरत या दैनिक इस्तेमाल का ज्यादातर सामान ऑनलाइन मंगाना पसंद करते हैं? तो अगली बार शॉपिंग करने के पहले मुंबई पुलिस की ओर से जारी की गई वेबसाइटों की लिस्ट जरूर देख लें| इन फर्जी वेबसाइटों के जरिए अब तक 22,000 लोगों से ज्यादा की ठगी की जा चुकी है| ऑनलाइन वेबसाइटों के आकर्षक डिस्काउंट के चक्कर में इन लोगों को 70 लाख रुपये से ज्यादा का चुना लगा है|
मुंबई पुलिस ने अपने ट्विटर पर 12 से ज़्यादा ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट का नाम जारी करते हुए लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है| पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग से पहले वेबसाइट और प्रोडक्ट की जानकारी जरूर करें| सिर्फ़ आकर्षक फ़ोटो या कम दाम के झांसे में आने से बचें| पुलिस का कहना है कि हम जिस भी चीज़ को गूगल पर ढूंढते हैं, वही चीज़ हमे हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाई देने लगती है, इनमें कई बार हम फर्जी वेबसाइट्स पर भी विश्वास कर लेते हैं और ठगे जाते हैं| ऐसी किसी भी वेबसाइट पर ऐसे ही विश्वास नहीं करना चाहिए| हमे पहले उस वेबसाइट पर लोगों के रिव्यू पढ़ने चाहिए, जिसके बाद आपको यह अंदाज मिल जाएगा कि इस पर कितना विश्वास किया जा सकता है| जांच के दौरान हमे और कई फर्जी वेबसाइट्स की लिस्ट मिली है, जिसकी जांच हम कर रहे हैं|
क्या है पूरा मामला
ऑनलाइन खरीदारी कई बार हमें इस बात का ज़रा भी एहसास नहीं हो पाता कि कब हम ठगी का शिकार हो गए हैं| ऐसा ही एक मामला मुंबई में सामने आया है, जहां एक 32 वर्षीय युवक ने एक-दो नहीं बल्कि 22 हजार लोगों के साथ ऑनलाइन शॉपिंग की आड़ में ठगी की और 70 लाख रूपये ऐंठ लिए| पुलिस ने मामला दर्ज कर उक्त युवक को गिरफ्तार कर लिया है| बताया गया है कि 22,000 लोगों में विशेष रूप से ठगी गई महिलाओं का अनुपात सबसे अधिक है| अब पुलिस जांच कर रही है कि उसने इस तरह से कितने और लोगों के धोखाधड़ी की है? मुंबई सायबर पुलिस ने 32 साल के आशीष अहीर नाम के शख्स को 22 हजार से ज्यादा लोगो जिनमे अधिकतर महिलाएं शामिल है, के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा है| आशीष को सूरत से गिरफ्तार किया गया है|
लंदन से IT की पढ़ाई करके आया है आशीष
आशीष अहीर, पेशे से कम्प्यूटर इंजीनियर है| मुंबई सायबर सेल की डीसीपी रश्मि करंदीकर के मुताबिक इसने ऑनलाइन महिलाओं के कपड़े बेचने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी और इस वेबसाइट पर कई प्रकार के महंगे कपड़ों को सस्ते में बेचने के नाम पर महिलाओं से ठगी करता था| आशीष के पिता की सूरत में कपड़ो की फैक्ट्री है| आशीष अहीर ने लंदन यूनिवर्सिटी से 2016 की शुरुआत में पढ़ाई पूरी कर सूरत में अपने एक रिश्तेदार के साथ नए सिरे से कपड़े का व्यापार शुरू किया था| आशीष ने अपने नए बिजनेस को 2 लाख रुपये से शुरू किया और उस बिजनेस से करोड़ो रुपये कमाए| नवंबर 2016 में नोटबन्दी और फिर जुलाई 2017 में जीएसटी आने के बाद से ही उसे बिजनेस में नुकसान होने शुरू हो गया जिसके बाद उसने किसी तरह से अपने आपको किसी तरह से संभाला और मार्केट से लगभग 3 करोड़ रुपये उधार लिए लेकिन बिज़नेस के हालात ठीक नही हुए और वो कर्ज की राशि वापस नही कर सका| उसने वेबपेज डिज़ाइन करने का भी काम शुरू किया लेकिन वो उससे भी उभर नही पाया| इसके बाद लॉकडाउन के चलते आशीष को काफी नुकसान हुआ और उस पर कर्ज बढ़ता गया|
इस तरह शुरू की ठगी
आशीष ने "Shopiiee.com" नाम की वेबसाइट बनाकर अपने एक ग्राहक को बेची थी लेकिन ग्राहक को भी उस वेबसाइट से मुनाफा नहीं हुआ तो आशीष ने उससे उस वेबसाइट को ले लिया और फिर उस वेबसाइट का इस्तेमाल कर लोगों को ठगना शुरू कर दिया| मुंबई में रहने वाली ईशा कश्मीरी, जिनका कुर्सियां बनाने का बिज़नेस है, कहती है कि लॉकडाउन के समय सारी दुकाने बंद थी और फेसबुक पर उन्हें इस वेबसाइट की एडवरटाइजमेंट देखी जिस पर कई महंगे और अच्छे ब्रांड के कपड़े काफी सस्ते में बेचे जा रहे थे| इन ऑफर्स को देखकर मैने ऑर्डर कर दिया पर मुझे कभी कपड़े मिले ही नही| इसके बाद जब मैंने उस वेबसाइट पर लोगों के रिव्यू पढ़ना शुरू किया तो पता चला कि यह एक फर्जी वेबसाइट है और उसने कइयों को ठगा है| इसके बाद मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज की|
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