Post Page Advertisement [Top]

स्टार्टअप के लिए अच्छी खबर, PM Modi ने की 1,000 करोड़ रुपये के नए फंड की अनाउंसमेंट 

देश में एडवांस टेक्नोलॉजी वाले नए एंटरप्राइजेज (उद्यमों) और इनोवेशन (नवोन्मेष) को बढ़ावा देने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,000 करोड़ रुपये के ‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड’ की शुरुआत की अनाउंसमेंट की हैरी| उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और लोगों के जीवन में सुधार आएगा| पीटीआई की खबर के मुताबिक मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ‘‘प्रारम्भ: स्टार्टअप भारत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन’’ को संबोधित करते कहा कि देश में स्टार्टअप के लिये पूंजी की कमी नहीं हो इसके लिये कई कदम उठाए जा रहे हैं| 

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड की शुरुआत: प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आज इस कार्यक्रम में एक और महत्वपूर्ण अनाउंसमेंट कर रहा हूं| स्टार्टअप को शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराने के लिए देश आज 1,000 करोड़ रुपये के स्टार्टअप इंडिया सीड फंड की शुरुआत कर रहा है| इससे नए स्टार्टअप शुरू करने और उनकी बढ़ोतरी को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी| यह सम्मेलन देश में स्टार्टअप इंडिया अभियान के पांच साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित किया गया| प्रधानमंत्री ने 2016 में इसी दिन इस अभियान की शुरुआत की थी| सम्मेलन में बिमस्टेक सदस्य देशों की भी भागीदारी रही| बिमस्टेक बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के देशों में बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग की पहल वाला क्षेत्रीय संगठन है| इसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाइलैंड को मिलाकर सात देश शामिल हैं| 
स्टार्ट-अप को गारंटी के जरिये कोष जुटाने में भी मदद करेगी सरकार: पीएम ने यह भी कहा कि सरकार स्टार्टअप के लिये इक्विटी पूंजी जुटाने में मदद के वास्ते कोषों के फंड की योजना को पहले ही अमल में ला चुकी है| इसके साथ ही आने वाले दिनों में सरकार स्टार्टअप को गारंटी के जरिये कोष जुटाने में भी मदद करने वाली है| मोदी ने कहा कि आज स्टार्टअप के मामले में भारत दुनिया का तीसरा बड़ा देश बन गया है| भारत ने इस दौरान कई उभरते उद्यमियों को आगे बढ़ने में मदद की गई| इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के साथ ये उद्यमी आगे बढ़े और इनमें कई बड़ी कंपनी बन चुके हैं| 
छोटे शहरों से भी उभरकर आ रहे स्टार्टअप: उन्होंने कहा कि भारत में स्टार्टअप केवल बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि नए उभरते 40 प्रतिशत स्टार्टअप देश के दूसरी और तीसरी कैटेगरी के शहरों से भी सामने आ रहे हैं| भारत स्टार्टअप के मामले में ‘‘युवा का, युवा द्वारा, युवाओं के लिये’’ के मंत्र पर काम कर रहा है| हमें अगले पांच साल के लिये अपने लक्ष्य तय करने चाहिये और ये लक्ष्य यह होने चाहिये कि हमारे स्टार्टअप, हमारे यूनिकॉर्नस वैश्विक ताकतों के रूप में उभरे और भविष्य की टेक्नोलॉजी के मामले में आगे हों| 
आज 30 से ज्यादा भारतीय स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब के सदस्य: प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में केवल चार स्टार्टअप ही यूनिकॉर्न क्लब में शामिल थे लेकिन आज 30 से ज्यादा भारतीय स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब के सदस्य हैं| उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 2020 में ही 11 भारतीय स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुए हैं| देश में इस समय 41,000 से ज्यादा स्टार्टअप काम कर रहे हैं| इनमें से 5,700 से ज्यादा आईटी के क्षेत्र में हैं, वहीं 3,600 से ज्यादा स्वास्थ्य क्षेत्र में और 1,700 के करीब स्टाटर्अप कृषि क्षेत्र में काम कर रहे हैं| ऐसा स्टार्टअप जिसका मूल्यांकन एक अरब डॉलर तक पहुंच जाता है, वह यूनिकॉर्न कहलाता है| उन्होंने कहा कि 44 प्रतिशत स्टार्टअप ऐसे भी है, जिनमें महिलाएं मुख्य भूमिका में हैं| उनमें काम करने वालों का बड़ा हिस्सा महिलाओं का है| स्टार्टअप ने एक ही परिपाटी पर चलते रहने की सोच को बदला है| उन्होंने हर क्षेत्र में विविधता लाने की पहल की है| 
देश की आत्मनिर्भरता में योगदान: मोदी ने कहा कि अकेले 2020 में ही जब दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही थी, देश के 11 स्टार्टअप ‘यूनिकॉर्न क्लब’ में पहुंचे| उन्होंने संकट के इस काल में देश की आत्मनिर्भरता में योगदान दिया| उन्होंने सेनेटाइजर उपलब्ध कराने, पीपीई किट और दूसरी जरूरतों की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई| कोरोना काल में राशन, दवा लोगों के दरवाजे तक पहुंचाने में भी उन्होंने मदद की| अग्रिम मोर्चे पर रहकर काम करने वालों के लिये परिवहन की व्यवस्था और यहां तक कि पढ़ाई-लिखाई की सामग्री उपलब्ध कराने में भी स्टार्टअप सामने आये यानि कठिन समय में भी उन्होंने अवसर को तलाशा| 
भीम यूपीआई ने पेमेंट सिस्टम में क्रांति ला दी: पीएम ने डिजिटल पेमेंट सेक्टर में देश की प्रगति की भी बात की| उन्होंने कहा कि भीम यूपीआई ने पेमेंट सिस्टम में क्रांति ला दी है| अकेले दिसंबर 2020 में ही चार लाख करोड़ रुपये से ज्यादा लेन-देन इस सिस्टम के जरिये किया गया| उन्होंने कहा कि सरकार के खरीद पोर्टल जीईएम पर स्टार्टअप को बड़े व्यवसायों के समान अवसर उपलब्ध हो रहे हैं| अब तक 8,000 के करीब स्टाअर्अप जीईएम पोर्टल पर रजिस्टर्ड हो चुके हैं और उन्होंने 2,300 करोड़ रुपये का कारोबार किया| सरकार के जीईएम पोर्टल पर कुल कारोबार 80 हजार करोड़ रुपये को छू रहा है|

No comments:

Post a Comment

Total Pageviews

Bottom Ad [Post Page]