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नारलाईकस्बे में स्थित राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय का भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में होने के कारण भामाशाह द्वारा नया भवन के निर्माण को लेकर विभाग द्वारा स्वीकृति मांगी गई थी। जिसके बाद विभाग 20 दिसंबर को भवन निर्माण का स्वीकृति जारी कर दी। अब भामाशाह द्वारा लाखों की लागत से आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निर्माण किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि नारलाई मुख्य बस स्टैंड पर स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल का निर्माण कई वर्षों पूर्व हुआ था। जो जर्जर जर्जर अवस्था होने के साथ भवन छोटा होने के कारण लोगों चिकित्सा की पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में भामाशाह डॉ.अचल रतनचंदजी संघवी नारलाई ने मरीजों की संख्या को देख बड़ा चिकित्सालय भवन का निर्माण कराने का निर्णय सरपंच दौलत चौधरी ग्रामीणों के समक्ष रखा। 18 जनवरी 2017 को उर्जामंत्री पुष्पेंद्रसिंह राणावत एवं सरपंच दौलत चौधरी के सानिध्य में भामाशाह परिवार भवन निर्माण को लेकर भूमि पूजन किया गया। मगर आयुर्वेदिक विभाग द्वारा भवन निर्माण की स्वीकृति जारी नहीं होने के कारण इस भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्रसिंह के प्रयासों से 10 माह के लंबे इंतजार के बाद विभाग ने स्वीकृति दी। अब शीघ्र ही भवन निर्माण शुरू होगा।


भवन निर्माण तक औषधालय संचालन की जिम्मेदारी पंचायत की होगी

नारलाईकस्बे में स्थित आयुर्वेदिक औषधालय भवन का निर्माण होने कार्य पूर्ण होने तक औषधालय संचालन की समस्त जिम्मेदारी ग्राम पंचायत नारलाई की होगी। जिससे लोगो को आयुर्वेदिक उपचार को लेकर किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो सके।

ग्रामीणोंको मिलेगी बेहतर चिकित्सा सुविधा

^भामाशाहडॉ.अचलचंद संघवी नारलाई द्वारा लाखों की राशि खर्च कर आधुनिक आयुर्वेदिक चिकित्सालय भवन का निर्माण करवाया जायेगा। जिसके बाद ग्रामीणों को बेहतर आयुर्वेदिक चिकित्सा सुविधा मिलेगी। दौलतचौधरी सरपंच पंचायत नारलाई

भूमि पूजन के 10 माह बाद मिली निर्माण कार्य की स्वीकृति

नारलाईकस्बे में भामाशाह परिवार लाखों की लागत से आयुर्वेदिक चिकित्सालय भवन बनाने को लेकर 10 माह पूर्व धूमधाम के साथ भूमि पूजन किया था। मगर विभाग द्वारा भवन निर्माण को लेकर 10 माह बाद स्वीकृति देने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा।

भवनका नाम होगा श्रीमती भाग्यवती डॉ.अचल संघवी आयुर्वेदिक चिकित्सालय


भामाशाहडॉ.अचल संघवी द्वारा भवन निर्माण के साथ भवन के नामकरण को लेकर भी स्वीकृति मांगी थी। जिसके बाद विभाग द्वारा निर्माणाधीन भवन पर श्रीमती भाग्यवती डॉ.अचल संघवी के नाम अंकित किया जायेगा। इसको लेकर स्वीकृति जारी कर दी है। भामाशाह परिवार को भवन का निर्माण स्वीकृति के अनुसार 31 जुलाई 2018 तक पूर्ण करना होगा।

देसूरी. नारलाईमें वर्षों पुराना आयुर्वेद चिकित्सालय, जिसका भामाशाह द्वारा निर्माण कार्य करवाया जाएगा।

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