देखते ही देखते आग पूरी केबिन में फेल गई,जिससे चालक धर्मेंद्र बाहर नही निकल पाया और जिंदा ही जल गया।वही परिचालक दुदाराम घायल हो गया जिसे बांगड़ अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस घटना के चलते सड़क के दोनों ओर वाहनों का लम्बा जाम लग गया।सूचना के बाद मौके पर पहुची दमकल की सहायता से आग पर काबू पाया तो कोतवाली,सदर थाना पुलिस ने जाम खुलवाया।वही टेंकर की केबिन में फसे चालक के शव को कड़ी मस्कत के बाद बाहर निकलवा कर बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
बडा हादसा होने से टला
चलते टोले टायर फटने से पिछे पेट्रोल से भरा टेंकर के टकराने के बाद जिस तरह आग लगी उससे लग रहा था कि कई टेंकर नही फट जाए ।आग से धुंए का गुब्बारा दूर तक दिखाई दे रहा था।साथ ही पास रहने वाले लोगो मे भी भय हो गया।
समय रहते सचेत हुए पुलिस
दुर्घटना के बाद पेट्रोल के भरे टेंकर की केबिन में आग लगने की सूचना पर मोके पर सदर थाना प्रभारी सवाई सिंह,कोतवाली थाना प्रभारी गंगाराम ,सिटी सीईओ सुभाष शर्मा और ट्रेफिक प्रभारी अनु चैधरी ने सड़क के दोनों ओर का आवागमन रुकवा दिया।
दमकल कर्मियों ने दिखाया हौसला
इस आग के बाद मौके पर जो हालात हुए वहां पर कोई भी जाने से कतरा रहा था क्योंकि टेंकर में पेट्रोल भरा था जो कभी भी लीकेज हो सकता था।पर चालक को बचाने की आस में दमकल कर्मी कैसे भी कर टेंकर के पास अपना साहस दिखा कर पहुचे।उन्होंने आग पर तो काबु पा लिया। लेकिन चालक केबिन में फस जाने से बाहर नही निकल पाया और आग में जिंदा ही जल गया।
आस्था के नाम सड़क पर चँदा जहाँ हादसा हुआ वहा निकट ही एक सन्त द्वारा लंबे समय से इस ब्रिज पर अपने लोगो को खड़ा कर आने वाले वाहनों से आस्था के नाम चँदा वसूली की जाती है।कही बार तो चालको द्वारा ब्रेक लगाने पर दुर्घटना भी हो जाती है ।लेकिन आज दिन तक इस ओर पुलिस प्रशासन ने कोई ध्यान नही दिया ।घटना के बाद वसूली करने वाले लोग वहां नही दिखे ।कही उन पर गाज नही गिर जाए।
No comments:
Post a Comment